कहां है संगीत
जो हम चिडियों की चहचहाहट में सुनते थे
कहां है संगीत
जो हम झरते हुए झरने, नदी और नहरों के पानी में सुनते थे
कहां है संगीत
जो हवा चलने पर पत्तों की खडखडाहट से पैदा होता था
शायद हमने उस संगीत को दबा दिया
मैं सुनना चाहता हूं वो संगीत
कोई सुनाओ मुझे वो संगीत
-विजय मौदगिल
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