आज प्यार से प्यार का टूट गया याराना
आया है याद वो गांव का खंडहर पुराना
जहां होती थी हम दोनों की रोज मुलाकातें
कुछ मीठी सी नोंक झोंक और कुछ प्यारी सी बातें
वो खंडहर, हमारी अनमोल चाहत का था महल
ना जाने किसकी लगी हमारे प्यार को नजर
एक पल में जुदा कर गया वक्त मुझसे मेरे यार को
कुछ इस कदर उठा तूफान जमाने की बंदिशों का
कि फना हो गई हमारी मोहब्बत की कहानी
रुका तूफान तो निगाहों ने ढूंढा मेरे प्यार को
देखा कि वो पुराना खंडहर ढह चुका था
और उसके साथ ही दफन हो गया
वो हमारे प्यार का महल
18 comments:
और उसके साथ ही दफन हो गया
वो हमारे प्यार का महल
बहुत गहरी अभिव्यक्ति है ! शुभकामनाएं !
रुका तूफान तो निगाहों ने ढूंढा मेरे प्यार को
देखा कि वो पुराना खंडहर ढह चुका था
और उसके साथ ही दफन हो गया
वो हमारे प्यार का महल
" uf, bhut mrmspershee rachna..... fir se ek tute dil ke dastane byan...udas kr gyee..."
Regards
आपकी सभी कविताओं का भाव अलग- अलग है। फिर भी प्रयास अच्छा है। कुछ रचना कालजयी हो तो ज्यादा निखार की संभावनाएं हैं आपमें।
जैसे:
1.
सुख में दुख में
आंधी तूफान में
मेरे साथ है
मेरा साया
2.
फिर भी
विचर रहा हूं
इस धरा पर
नंगे पैर...
dil ko chu gayi bahut marmik rachana sundar
bahut marmik rachana badhai
सुन्दर !
घुघूती बासूती
कुछ मीठी सी नोंक झोंक और कुछ प्यारी सी बातें--
-------------रुका तूफान तो निगाहों ने ढूंढा मेरे प्यार को
देखा कि वो पुराना खंडहर ढह चुका था--
ek dard bhari dastan kah gayee yah kavita..
गहरी भावाभिव्यक्ति बधाई/
रुका तूफान तो निगाहों ने ढूंढा मेरे प्यार को
देखा कि वो पुराना खंडहर ढह चुका था
और उसके साथ ही दफन हो गया
वो हमारे प्यार का महल
bahut khub mohan ji
bahut acche
regards
beetii baton ke zakhm kaante ban gaye hain.
क्या बात है, बहुत ही सुंदर.
धन्यवाद
बहुत खूब मोहन जी।
हर पल याद में बसनेवाले लोग अफसाने हो जाते हैं।
आँखें बूढ़ी हो जातीं हैं ख्वाब पुराने हो जाते हैं।।
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
मुश्किलों से भागने की अपनी फितरत है नहीं।
कोशिशें गर दिल से हो तो जल उठेगी खुद शमां।।
www.manoramsuman.blogspot.com
रुका तूफान तो निगाहों ने ढूंढा मेरे प्यार को
देखा कि वो पुराना खंडहर ढह चुका था
और उसके साथ ही दफन हो गया
वो हमारे प्यार का महल
बहुत गहरी अभिव्यक्ति बधाई...
रुका तूफान तो निगाहों ने ढूंढा मेरे प्यार को
देखा कि वो पुराना खंडहर ढह चुका था
और उसके साथ ही दफन हो गया
वो हमारे प्यार का महल
बहुत गहरी अभिव्यक्ति ...
सुंदर रचना. जीवन बहुत ही कठिन और दुखदायी होता है.
दिल को भेदती हुई कविता
Sundar Rachna. Abhar.
आपके ब्लॉग को आज ही मैंने देखा .पसंद आया .भावाभिब्यक्ति के साथ लेखन के लिए हमारी तरफ से आपको शुभकामनायें
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