भारत धरती मां है हमारी
हम सब इसकी संतान
इससे है पहचान हमारी
हम इसकी पहचान
भारत धरती मां है हमारी
हम हैं भारत के बच्चे
ये हमको है अभिमान
दुश्मन इस पर नजर जो डाले
ले लें उसकी जान
भारत धरती मां है हमारी
अगर पडी जो इसे जरूरत
कभी हमारी जान की
इक पल की ना देर लगाएं
हंसकर दें बलिदान
भारत धरती मां है हमारी
(बिटिया के स्कूल में गीत फेस्टीवल था। तो कुछ सूझा नहीं हमारी पत्नी जी ने इन चार लाईनों को लिखा और बिटिया को सिखा दिया। हमारी बिटिया ने उसे अपनी तोतली सी आवाज में अपनी टीचर को सुनाया और काफी खुश हुईं। )
8 comments:
बहुत सुन्दर...
ईद मुबारक हो...
Bahut Pyara Bhav..janani aur janmbhumiki jay....
badhayi..
बहुत सुन्दर देश प्रेम की कविता है ऐसी रचनाओं से बच्चों मे देश प्रेम जागता है बधाई आपकी बिटिया को भी बहुत बहुत आशीर्वाद्
वाह-वाह अब तो बिटिया की तोतली आवाज से सुनने का मन हो रहा है......
ये देश भक्ति के भाव......
एक उम्दा रचना!बिटिया को भी बहुत बहुत बधाई.
एक उम्दा रचना!बिटिया को भी बहुत बहुत बधाई.
बहुत ही ख़ूबसूरत और भावपूर्ण रचना लिखा है आपने! बहुत अच्छा लगा! नवरात्री की हार्दिक शुभकामनायें!
एक उम्दा रचना
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