Thursday, 7 July 2011

मिटटी से डरे नेताजी और अधिकारी

दोस्‍तों आज मैंने दा फोटो देखे देखकर अच्‍छा लगा साथ ही बुरा भी लगा हमारे देश के एक नेता हैं और दूसरे बडे अधिकारी हैं चले दोनों पौधारोपण करने के लिए पौधरोपण भी किया फोटो भी खींचा गया और सुबह अखबारों में भी लगेंगे लेकिन दोनों ही फोटो में एक हैरत वाली बात थी वो आप दोनों फोटो को देखकर बताओ क्‍या हैरान करने वाली बात है
इस फोटो में नेताजी आए हैं पौधरोपण करने लेकिन मिटटी से डर रहे हैं देखें गोल दायरे में

इस फोटो में अधिकारी हैं लेकिन मिटटी से डर रहे हैं इसलिए पैरों के नीचे अखबार बिछा डाले अगर जनाब को मिटटी से इतना ही डर लगता है तो पौधरोपण क्‍यूं करने आए दें आप भी अपनी राय क्‍या ये सही है 

6 comments:

Udan Tashtari said...

जनता की आँख में धूल झोंकने के लिए हाथ पैर में धूल क्यूं लगवायें...जब ऐसे ही काम चल जा रहा है....

Urmi said...

बहुत बढ़िया लिखा है आपने! शानदार पोस्ट!

Anonymous said...

कड़वा लगता है मगर सच तो "सच" है

Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकार said...

मोहन वशिष्‍ठ जी
नमस्कार !

अख़बार बिछाया भी तो किसी ग़ुलाम मानसिकता के आम आदमी ने होगा …

इस देश में दोहरे चरित्र के नेताओं / प्रशासकों की भीड़ लगी है … आपने इनका चेहरा छुपा कर चित्र लगाया है , लेकिन इनके घटिया चरित्र की सड़ांध छुप नहीं सकती …

आवश्यकता है आमूलचूल परिवर्तन की ।

नई पोस्ट की प्रतीक्षा रहेगी :)

हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं !
- राजेन्द्र स्वर्णकार

rsmeshdada said...

बिकुल सही है ! आपका कहना मै सहमत हुं !

डॉ. नूतन डिमरी गैरोला- नीति said...

बहुत शर्मनाक है ...भारत जैसे कृषिप्रधान देश में नेता जब मिट्टी से डरता है और फोटो खिंचवाता है.. बहुत दुखद .. किन्तु वाकई बिछाने वाले ने भी तो गुलाम मानिसकता को दिखा दिया ...